Monday 12 March 2007

मर्यादा प्रणय की






हुस्न बदनाम ना हो जाये
फिकर है हम को
बद्नियत इश्क न हो जाये
फिकर है हम को
अपने दामन की सफेदी को
संभाले रखना
बे अदब प्यार न हो जाये
फिकर है हम को

1 comment:

Garv said...

Said correctly

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